संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी की सर्वोच्च नीति तय करने की इकाई संसदीय बोर्ड में सीएम शिवराज सिंह चौहान की जगह शामिल डॉ. सत्यनारायण जटिया ने स्टेट प्रेस क्लब के रूबरू कार्यक्रम में मीडिया से खुलकर बात की। उन्होंने इस मौके पर चौंकाने वाला खुलासा किया कि बीजेपी में कभी भी प्रत्याशी चयन के लिए 75 साल की उम्र वाला नियम नहीं बना। यह बेवजह चर्चा का विषय बना था। पार्टी सही समय पर सही जगह अपने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपती है। बीजेपी आज जिस स्थान पर है, उसके पीछे जनसंघ का जमाने से किया गया संघर्ष है। चौहान की जगह उनके बोर्ड में आने पर कहा कि मुझे सक्रिय राजनीति में 50 साल हो चुके हैं, इसे देखते हुए पार्टी ने मुझे स्थान दिया है। कार्यक्रम में क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल, वरिष्ठ पत्रकार नवनीत शुक्ला, हर्षवर्धन प्रकाश, कीर्ति राणा और बीजेपी नगराध्यक्ष गौरव रणदिवे भी उपस्थित रहे।
महाजन ने इसी नियम के चलते ली थी दावेदारी वापस
जटिया का कहना था कि 75 साल की उम्र का मापदंड बीजेपी में कभी था ही नहीं, इसे यूं ही मीडिया में चर्चा का विषय बना दिया गया। उनका कहना था कि जिस तरह दिवाली पर घर की सफाई में कीमती वस्तुओं को संभालकर अलग रख दिया जाता है, उसी तरह बीजेपी संगठन अपने नेताओं को सही समय पर उचित जिम्मेदारी सौंपता हैं। जहां तक मुझे मिली जिम्मेदारी का प्रश्न है, इसे कोई पचास साल के राजनीतिक अनुभव का प्रतिफल कहे तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। यह परिश्रम का पुरस्कार है। उल्लेखनीय है कि इसी नियम की चर्चा के चलते अप्रैल 2019 में महाजन ने चुनाव नहीं लडने की घोषणा कर दी थी।
गुजरात में बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीतेगी
पत्रकारों से चर्चा करते हुए जटिया ने दावा किया कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की एंट्री से बीजेपी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हमारा संगठन मजबूत है और हम प्रचंड बहुमत से जीतकर फिर सरकार बनाएंगे।
मोदी के नेतृत्व में ही लडेंगे अगला लोकसभा चुनाव
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर दौर की चुनौतियां अलग रहीं हैं इसलिए पीएम मंत्री नरेंद्र मोदी की किसी पूर्व पीएम के साथ तुलना करना सहीं नहीं है। मोदी के नेतृत्व का यह दौर प्रगति और विकास का दौर है। 2024 का लोकसभा चुनाव भी बीजेपी मोदी के नेतृत्व में ही लड़ेगी।
सिंधिया की कुशलता अब दिखेगी
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद भी ग्वालियर-चंबल संभाग में नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की हार पर जटिया ने कहा कि अभी उनको आए अधिक समय नहीं हुआ है, लेकिन अब विधानसभा चुनाव में उनकी राजनीतिक कुशलता और प्रतिभा दिखेगी। जैसे इलाहाबाद में गंगा और यमुना का पानी अलग-अलग दिखता है लेकिन वाराणसी आते-आते एक ही दिखती है।
आदिवासियों को शिक्षित और जागरूक करना जरूरी
वरिष्ठ बीजेपी नेता डॉ. जटिया ने कहा कि आदिवासी समाज में जागरूकता और शिक्षा की कमी है, जैसे- जैसे वे शिक्षित होंगे, मतांतरण भी कम होता जाएगा।
राहुल गांधी अपनी पार्टी को मजबूत कर रहे
राहुल गांधी की पदयात्रा को लेकर पूछे गए सवाल पर जटिया का कहना था कि वो ह अपनी पार्टी की मजबूती और विस्तार के लिए पद यात्रा निकाल रहे हैं। वे अपना काम कर रहे हैं, हम अपना काम कर रहे हैं। उनकी पद यात्रा कितनी सफल होती है, यह तो वक्त बताएगा।
नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना का विचार मेरा था
पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया ने कहा कि नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना का सुझाव उन्होंने ही दिया था। पहले किसी ने उसपर ध्यान नहीं दिया। शिवराज सिंह सरकार ने उसकी अहमियत समझी और परियोजना को मूर्त रूप दिया ये अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि गंभीर, पार्वती, कालीसिंध नदी परियोजनाओं पर भी काम किए जाने की जरूरत है ताकि हम अपने हिस्से के पानी का पूरा इस्तेमाल कर सकें।